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❤️ Pregnancy में High Sugar - BP से बढ़ता है heart disease का खतरा: जानें कारण

Picture of  Dr. Pujil Gulati, IVF Specialist with over 13 years of experience in Assisted Reproductive Techniques BabyBloom IVF Gurgaon
Dr. Pujil Gulati, IVF Specialist with over 13 years of experience in Assisted Reproductive Techniques BabyBloom IVF Gurgaon

👶 परिचय | Introduction

गर्भावस्था यानी प्रेग्नेंसी एक महिला के जीवन का सबसे खूबसूरत समय होता है 💖
लेकिन इस समय ब्लड शुगर (High Sugar) और ब्लड प्रेशर (High BP) अगर बढ़ जाए तो यह सिर्फ माँ के लिए ही नहीं, बल्कि बेबी के लिए भी खतरनाक हो सकता है।

डॉक्टरों के अनुसार, गर्भावस्था के दौरान हाई शुगर और हाई बीपी दोनों ही दिल की बीमारी (heart disease) का खतरा बढ़ा सकते हैं।

"High sugar and high blood pressure during pregnancy increase long-term heart disease risk in women – Baby Bloom IVF awareness"

🩸 What is Egg White Discharge? | एग व्हाइट डिस्चार्ज क्या है?

👉 यह एक साफ़, सफेद और खिंचने वाला (stretchy) तरल पदार्थ होता है,
जो बिल्कुल कच्चे अंडे के सफेद भाग (egg white) जैसा दिखता है।

🔹 Medical term में इसे कहते हैं Cervical Mucus
🔹 यह गर्भाशय (uterus) और गर्भाशय ग्रीवा (cervix) द्वारा बनाया जाता है।

इसका काम है —

  • Bacteria से प्रोटेक्शन 🦠
  • Sperm को uterus तक पहुंचाने में मदद करना 💫
  • और बाद में pregnancy को support करना 🤰

💉 क्या होता है High Sugar और High BP Pregnancy में?

🔹 High Sugar (Gestational Diabetes):

जब गर्भावस्था के दौरान शरीर में इंसुलिन सही से काम नहीं करता, तो ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ जाता है
इसे गेस्टेशनल डायबिटीज़ कहा जाता है।

🔹 High BP (Gestational Hypertension):

जब प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg या उससे ज्यादा हो जाए, तो इसे गेस्टेशनल हाइपरटेंशन कहा जाता है।

दोनों ही स्थितियाँ दिल पर अतिरिक्त दबाव डालती हैं ❤️

❤️ कैसे बढ़ता है Heart Disease का खतरा?

1️बढ़ता है हार्ट पर लोड

हाई बीपी के कारण दिल को ब्लड पंप करने में ज्यादा मेहनत करनी पड़ती है
इससे दिल की मांसपेशियाँ कमजोर हो सकती हैं और हार्ट फेलियर का रिस्क बढ़ता है।

2️ब्लड शुगर से होती है ब्लड वेसल डैमे

जब शुगर लेवल ज़्यादा रहता है, तो यह ब्लड वेसल्स की दीवारों को नुकसान पहुंचाता है।
इससे दिल तक ऑक्सीजन की सप्लाई कम हो जाती है, और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।

3️बढ़ता है वजन और सूजन

हाई शुगर और बीपी के कारण शरीर में वॉटर रिटेंशन बढ़ता है।
इससे वजन बढ़ना, सूजन, और थकान जैसी समस्याएँ भी दिल पर असर डालती हैं।

4️बढ़ती है प्रीक्लेम्पसिया की संभावना

अगर बीपी और शुगर दोनों बढ़ जाएँ, तो प्रीक्लेम्पसिया जैसी गंभीर स्थिति हो सकती है।
इसमें माँ के किडनी, लिवर और दिल सभी प्रभावित होते हैं।

🌿 क्या हैं इसके लक्षण (Symptoms)?

अगर आपको नीचे दिए लक्षण दिखें, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें —

  • लगातार सिरदर्द या चक्कर आना
  • पैरों और चेहरे में सूजन
  • धुंधला दिखना या आंखों में दर्द
  • बहुत ज्यादा प्यास लगना
  • थकान या कमजोरी महसूस होना
  • हार्टबीट तेज या अनियमित होना
"High blood pressure and high sugar during pregnancy – causes, risks, and management tips for healthy pregnancy"

🥗 कैसे करें बचाव (Prevention Tips)?

🌼 1. हेल्दी डाइट रखें

  • मीठा और तला हुआ खाना कम करें 🍩
  • ज़्यादा से ज़्यादा हरी सब्जियाँ, फ्रूट्स और फाइबर खाएँ 🍎
  • लो-सॉल्ट डाइट अपनाएँ ताकि बीपी कंट्रोल में रहे

🚶‍♀️ 2. नियमित व्यायाम करें

  • रोज़ाना 20–30 मिनट वॉक करें
  • डॉक्टर से पूछकर हल्की प्रेग्नेंसी योगा करें

💧 3. हाइड्रेटेड रहें

  • दिन में कम से कम 8–10 गिलास पानी पिएँ
  • ज्यादा कैफीन और सोडा ड्रिंक्स से बचें

🩺 4. नियमित चेकअप कराएँ

  • ब्लड शुगर और बीपी की जांच समय पर कराएँ
  • डॉक्टर के बताए मेडिसिन और डाइट चार्ट को फॉलो करें

😌 5. तनाव कम करें

  • प्रेग्नेंसी में मेंटल स्ट्रेस भी शुगर और बीपी बढ़ा सकता है
  • ध्यान (Meditation), संगीत 🎶 और आराम करें

👩‍⚕️ डॉक्टर क्या सलाह देते हैं?

  • शुगर लेवल 140 mg/dl से नीचे और
  • बीपी 130/85 mmHg से नीचे रखना सुरक्षित माना जाता है।
    डॉक्टर नियमित रूप से ब्लड टेस्ट, ECG, और फीटल मॉनिटरिंग करने की सलाह देते हैं ताकि किसी भी हार्ट रिस्क को समय रहते पहचाना जा सके।

Home Remedies (घरेलू उपाय)

  • मेथी के दाने रातभर भिगोकर सुबह खाएँ 🫘
  • लहसुन (Garlic) दिल और ब्लड प्रेशर दोनों के लिए अच्छा है 🧄
  • गुनगुना पानी पीना और हल्का वॉक बहुत लाभदायक है
    (ध्यान दें: किसी भी घरेलू उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।)

📊 Pregnancy में High Sugar और BP के खतरे (Risks Summary)

समस्या

प्रभाव

High BP

दिल पर ज़्यादा दबाव, हार्ट फेलियर का खतरा

High Sugar

ब्लड वेसल्स डैमेज, हार्ट अटैक का खतरा

दोनों एक साथ

प्रीक्लेम्पसिया, किडनी और हार्ट पर असर

❓ FAQ (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

Q1. क्या गर्भावस्था में हाई बीपी और शुगर बाद में भी रहती है?
👉 कभी-कभी डिलीवरी के बाद ये अपने आप कंट्रोल हो जाती है, लेकिन नियमित जांच जरूरी है।

Q2. क्या ये स्थिति बच्चे पर असर डालती है?
👉 हाँ, इससे बच्चे का वजन बढ़ सकता है या जन्म के समय शुगर लेवल कम हो सकता है।

Q3. क्या दवाइयों से कंट्रोल किया जा सकता है?
👉 हाँ, डॉक्टर की सलाह से सुरक्षित दवाइयाँ ली जा सकती हैं जो माँ और बच्चे दोनों के लिए सेफ हैं।

Q4. क्या योग और ध्यान मदद करते हैं?
👉 बिल्कुल, ये तनाव घटाते हैं और बीपी-सुगर दोनों को कंट्रोल में रखते हैं।

Q5. क्या अगली प्रेग्नेंसी में भी ऐसा हो सकता है?
👉 हाँ, अगर पहले ऐसा हो चुका है तो अगली बार रिस्क थोड़ा बढ़ जाता है, इसलिए शुरुआत से ही सावधानी रखें।

💖 निष्कर्ष | Conclusion

प्रेग्नेंसी में हाई शुगर और हाई बीपी को हल्के में नहीं लेना चाहिए।
ये दोनों ही स्थितियाँ हार्ट डिजीज़ का खतरा कई गुना बढ़ा देती हैं

अगर आप अपनी डाइट, एक्सरसाइज़, और मेडिकल चेकअप्स को नियमित रखती हैं, तो आप और आपका बच्चा दोनों स्वस्थ रह सकते हैं

❤️ याद रखें —
स्वस्थ दिल ही स्वस्थ माँ की निशानी है।
अपनी केयर करें, ताकि आपके बच्चे का दिल भी मजबूत धड़के 💕

 🌸 IVF से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए, तो हमारे बेबीब्लूम IVF सेंटर से संपर्क करें, या अपनी शंका दूर करने के लिए हमें 9266046700 पर कॉल करें।

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