गर्भावस्था (Pregnancy) महिलाओं के जीवन का सबसे खास समय होता है, लेकिन कभी-कभी यह समय कुछ चुनौतियों के साथ आता है। Preeclampsia in Pregnancy Risk
👉 उन्हीं चुनौतियों में से एक है Preeclampsia (प्री-एक्लेम्पसिया)।
यह समस्या तब होती है जब प्रेग्नेंसी के दौरान ब्लड प्रेशर बहुत बढ़ जाता है और किडनी व लीवर जैसे अंग प्रभावित होने लगते हैं। अगर इसे समय पर न पहचाना जाए तो यह मां और बच्चे दोनों के लिए खतरनाक हो सकता है।
प्री-एक्लेम्पसिया गर्भावस्था की एक गंभीर स्थिति है जिसमें –
👉 यह प्रेग्नेंसी के 20वें हफ्ते के बाद सबसे ज्यादा दिखाई देती है।
प्री-एक्लेम्पसिया को पहचानने के लिए कुछ लक्षणों पर ध्यान देना ज़रूरी है –
👉 पहली बार प्रेग्नेंसी वाली महिलाओं में इसका खतरा ज्यादा होता है।
👉 पहले से हाई BP या हार्ट की समस्या होने पर रिस्क बढ़ जाता है।
👉 ज्यादा वजन वाली महिलाओं में Preeclampsia का खतरा ज्यादा होता है।
👉 अगर महिला जुड़वां या उससे ज्यादा बच्चों को गर्भ में लिए होती है तो रिस्क दोगुना बढ़ जाता है।
👉 जिन महिलाओं को पहले से डायबिटीज या किडनी की समस्या है, उन्हें भी ज्यादा खतरा होता है।
👉 35 साल से ज्यादा उम्र में पहली बार मां बनने पर रिस्क बढ़ सकता है।
अगर इसे नज़रअंदाज़ किया जाए तो यह गंभीर समस्याएं पैदा कर सकता है –
✔️ ब्लड प्रेशर की नियमित जांच करें।
✔️ संतुलित और हेल्दी डाइट लें।
✔️ नमक का सेवन कम करें।
✔️ रोज़ हल्की एक्सरसाइज़ या वॉक करें।
✔️ डॉक्टर के बताए अनुसार दवा लें।
✔️ प्रेग्नेंसी में कोई भी असामान्य लक्षण नज़र आए तो तुरंत जांच कराएं।
डॉक्टर्स का मानना है कि –
👉 Preeclampsia का सबसे अच्छा इलाज है Early Detection (समय पर पहचान)।
👉 हर गर्भवती महिला को ब्लड प्रेशर और यूरीन टेस्ट नियमित रूप से कराते रहना चाहिए।
👉 समय रहते इलाज करने से मां और बच्चे दोनों सुरक्षित रहते हैं।
Q1. क्या Preeclampsia हर प्रेग्नेंसी में होता है?
👉 नहीं, यह सिर्फ कुछ महिलाओं में ज्यादा खतरा पैदा करता है।
Q2. क्या Preeclampsia का इलाज संभव है?
👉 हां, दवाइयों और सही मॉनिटरिंग से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
Q3. क्या यह बच्चे के लिए खतरनाक है?
👉 हां, समय से पहले डिलीवरी और लो बर्थ वेट जैसी दिक्कत हो सकती है।
Q4. क्या यह सिर्फ प्रेग्नेंसी के दौरान होता है?
👉 हां, लेकिन कुछ मामलों में डिलीवरी के बाद भी जारी रह सकता है।
Q5. इसे रोकने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
👉 हेल्दी डाइट, वजन कंट्रोल, ब्लड प्रेशर चेक और डॉक्टर की सलाह का पालन।
👉 Preeclampsia प्रेग्नेंसी की एक गंभीर स्थिति है जो हाई BP और यूरीन में प्रोटीन की वजह से होती है।
👉 यह खासतौर पर पहली बार मां बनने वाली, हाई BP, डायबिटीज या मोटापे वाली महिलाओं को ज्यादा प्रभावित करती है।
👉 समय रहते पहचान और सही इलाज से इसे कंट्रोल किया जा सकता है।
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