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क्या इंफर्टाइल महिला पर IVF सच में कारगर है? जानें सफलताओं की रियल दरें

Picture of  Dr. Pujil Gulati, IVF Specialist with over 13 years of experience in Assisted Reproductive Techniques BabyBloom IVF Gurgaon
Dr. Pujil Gulati, IVF Specialist with over 13 years of experience in Assisted Reproductive Techniques BabyBloom IVF Gurgaon

🌼 शुरुआत – IVF क्या है?

IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) एक तरीका है जिसमें डॉक्टर अंडा और शुक्राणु को लैब में मिलाकर भ्रूण बनाते हैं, फिर उसे महिला के गर्भाशय में डालते हैं। यह तरीका असंयमित महिलाओं के लिए एक सांसारिक उम्मीद बन चुका है।

क्या इन्फर्टाइल महिला पर IVF सच में कारगर है? – सोचती हुई महिला पेट पकड़े बेड पर बैठी

सफलता दर – कितनी सच में कारगर होती है?

भारत में IVF की सफलता उम्र, क्लिनिक की गुणवत्ता, और तकनीक पर बहुत निर्भर करती है। नीचे कुछ ताज़ा आँकड़े देखिए:

  • महिलाओं में 35 वर्ष से कम आयु में सफलता दर लगभग 50–60% तक होती है।
  • 35–40 वर्ष की महिलाओं में यह दर 30–45% तक आ जाती है।
  • 40 से ज्यादा उम्र की महिलाओं के लिए दर कम होकर 10–20% तक रह जाती है ।
  • डोनर अंडों (donor eggs) के साथ सफलता और भी बेहतर—पहली कोशिश में 50–70% और तीन चक्रों में 90% तक।

निष्कर्ष: हाँ, IVF सच में कारगर है—विशेषकर यदि उम्र 35 से कम हो या डोनर अंडे शामिल हों।

क्यों होती हैं ये दरें?

  • उम्र: उम्र बढ़ने के साथ अंडों की गुणवत्ता गिरती है, इसलिए सफलता दर धीरे-धीरे कम होती है।
  • प्रौद्योगिकी: आधुनिक तकनीक जैसे ICSI, PGT-A, टाइम-लैप्स इमेजिंग आदि सफलता बढ़ाते हैं।
  • क्लिनिक और डॉक्टर: विशेषज्ञ डॉक्टर और अच्छी लैब्स सफलता दर बढ़ाते हैं ।
  • आफ्टर-केयर: डाइट, वजन, तनाव, धूम्रपान न करना—इन सबका असर भी होता है ।

एक कोशिश में कितनी कामयाबी?

प्रथम प्रयास में IVF सफलता आम तौर पर 30–45% की दर से होती है।
इसका मतलब है: 100 में से 30–45 महिलाएं पहली बार ही सफल होती हैं। कई बार दो–तीन प्रयासों में सफलता मिल जाती है।

सच में कामयाबी बढ़ाने के टिप्स

  1. उम्र से पहले शुरू करें – 35 की उम्र तक सबसे बेहतर है।
  2. स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं – संतुलित आहार, नियमित व्यायाम, स्ट्रेस से दूर रहें।
  3. मजबूत क्लिनिक चुनें – जहाँ विशेषज्ञों का अनुभव और आधुनिक लैब हो।
  4. उन्नत तकनीकों का इस्तेमाल – ICSI, PGT-A, आदि।
  5. डोनर विकल्प पर विचार करें – उम्र या अंडों की समस्या होने पर।
  6. मानसिक ताकत बनाए रखें – सकारात्मक सोच से सफलता में मदद मिलती है।

IVF इलाज का खर्च

भारत में एक चक्र का खर्च ₹2.5 लाख से ₹4 लाख तक होता है।
यह राशि शहर, क्लिनिक, अतिरिक्त तकनीक (ICSI, PGT-A) आदि पर निर्भर करती है।

आम सवालों के जवाब

Q1: क्या IVF पहला प्रयास में सफल होती है?
A1: लगभग 30–45% महिलाओं को पहली कोशिश में सफलता मिलती है, जो दो–तीन प्रयासों में बढ़कर लगभग 60–70% हो जाती है।

Q2: उम्र बढ़ने पर क्या विकल्प है?
A2: 40+ उम्र में, IVF की सफलता दर 10–20% तक गिर जाती है; डोनर अंडे से यह दर 50–70% तक जा सकती है।

Q3: IVF के दौरान क्या गारंटी होती है?
A3: किसी भी चिकित्सा प्रक्रिया की तरह, कोई गारंटी नहीं होती। सफलता बहुत अलग-अलग कारकों पर निर्भर करती है।

Q4: डॉक्टर कैसे चुनें?
A4: अस्पताल की सफलता दर, विशेषज्ञ डॉक्टर और तकनीक का इस्तेमाल—इन सभी पर जरूर ध्यान दें।

📝 निष्कर्ष

IVF infertile महिलाओं के लिए एक वैज्ञानिक और भरोसेमंद विकल्प है। यदि समय से शुरू किया जाए, सही क्लिनिक चुना जाए, और डोनर अंडे जैसी तकनीकों को समझकर अपनाया जाए, तो सफलता की राह बहुत आसान हो सकती है। उम्र, स्वास्थ्य, और तकनीक—इन सभी पर सोच-समझकर कदम उठाएं। एक सही शुरुआत से भविष्य की नींव मजबूत होती है।

 IVF से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए, तो हमारे बेबीब्लूम IVF सेंटर से संपर्क करें, या अपनी शंका दूर करने के लिए हमें 9266046700 पर कॉल करें।

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