BabyBloom IVF

IUI प्रक्रिया: सफलता दर, लागत और जरूरी सावधानियां

Picture of  Dr. Pujil Gulati, IVF Specialist with over 13 years of experience in Assisted Reproductive Techniques BabyBloom IVF Gurgaon
Dr. Pujil Gulati, IVF Specialist with over 13 years of experience in Assisted Reproductive Techniques BabyBloom IVF Gurgaon

📌 परिचय

 आईयूआई (IUI Process in Hindi) एक सरल और प्रभावी तरीका है जो बांझपन की समस्या का समाधान करता है। इसमें डॉक्टर विशेष रूप से तैयार किए गए स्वस्थ शुक्राणुओं को सीधे गर्भाशय में डालते हैं, जिससे गर्भधारण की संभावना बढ़ जाती है। इसे कृत्रिम गर्भाधान भी कहा जाता है।

इस प्रक्रिया में शुक्राणु को तब डाला जाता है जब महिला का अंडाशय एक या अधिक अंडे छोड़ता है। इसके बाद, शुक्राणु और अंडा फैलोपियन ट्यूब में मिल सकते हैं, जिससे गर्भधारण संभव होता है। यह विधि उन दंपतियों के लिए फायदेमंद होती है जो प्राकृतिक रूप से संतान प्राप्त करने में कठिनाई महसूस

इस लेख में हम जानेंगे:

  • IUI प्रक्रिया कैसे होती है?
  • इसकी सफलता दर क्या है?
  • कौन लोग IUI करा सकते हैं?
  • IUI से पहले और बाद में क्या सावधानियां रखनी चाहिए?
IUI Process in Hindi: प्रक्रिया, सफलता दर और जरूरी सावधानियां

🧪 IUI प्रक्रिया कैसे होती है? How is the IUI procedure done

IUI ट्रीटमेंट 4 मुख्य स्टेप्स में पूरा होता है:

1️ओव्यूलेशन ट्रैकिंग (Ovulation Tracking)

  • 👉 डॉक्टर महिला के मासिक चक्र (Menstrual Cycle) को मॉनिटर करते हैं।
  • 👉 अंडोत्सर्ग (Ovulation) के सही समय को ट्रैक किया जाता है।
  • 👉 कुछ मामलों में, अंडों की ग्रोथ बढ़ाने के लिए दवाएं दी जाती हैं। Read More:- ओव्यूलेशन समस्याओं पर काबू पाएं

2️शुक्राणु की तैयारी (Sperm Preparation)

  • 👉 पुरुष का स्पर्म सैंपल लिया जाता है।
  • 👉 अच्छे और गतिशील (Motile) शुक्राणु को फ़िल्टर किया जाता है।
  • 👉 अशुद्धियाँ और कमजोर शुक्राणु को हटा दिया जाता है।  IUI Process in Hindi

3️गर्भाशय में शुक्राणु डालना (Insemination Process) Read More: Things You Must Know About Intrauterine Insemination (IUI)

  • 👉 डॉक्टर एक पतली ट्यूब (कैथेटर) की मदद से स्पर्म को गर्भाशय में डालते हैं।
  • 👉 यह प्रक्रिया पेनलेस (Pain-Free) होती है और सिर्फ 5-10 मिनट में पूरी हो जाती है।

4️गर्भधारण की पुष्टि (Pregnancy Test)

  • 👉 IUI के 10-14 दिन बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट किया जाता है।
  • 👉 ब्लड टेस्ट (Beta hCG) के जरिए कंफर्म किया जाता है कि महिला गर्भवती है या नहीं।

✅आईयूआई (IUI) किन लोगों के लिए सही है?

  • 👉 हल्के पुरुष बांझपन (Low Sperm Count, Motility) वाले पुरुष – Read More: (Using Best Foods to Increase Sperm Count and Motility)
  • 👉 अनियमित पीरियड्स या पीसीओएस (PCOS) वाली महिलाएं
  • 👉 बिना किसी कारण गर्भधारण न कर पाने (Unexplained Infertility) की समस्या
  • 👉 सर्वाइकल म्यूकस की समस्या (Cervical Mucus Issues)
  • 👉 समलैंगिक जोड़े या सिंगल मदर बनने की इच्छा रखने वाली महिलाएं.  IUI Process in Hindi

📢 नोट: अगर महिला की फैलोपियन ट्यूब ब्लॉक हो या पुरुष में कोई गंभीर स्पर्म डिसऑर्डर हो, तो IUI कारगर नहीं होगी। ऐसे मामलों में IVF (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) बेहतर विकल्प होता है।

IUI Process in Hindi: प्रक्रिया, सफलता दर और जरूरी सावधानियां

📊 IUI की सफलता दर (Success Rate)

आईयूआई की सफलता कई कारकों पर निर्भर करती है, जिसमें महिला की उम्र, प्रजनन स्वास्थ्य और अन्य मेडिकल स्थितियां शामिल हैं। आमतौर पर, कम उम्र की महिलाओं में सफलता की संभावना अधिक होती है, जबकि उम्र बढ़ने के साथ यह घटती जाती है।

  1. 25-30 साल की महिलाओं में – आईयूआई से गर्भधारण की संभावना प्रति चक्र 15-20% होती है। इस उम्र में महिलाओं की प्रजनन क्षमता सबसे अच्छी होती है, इसलिए आईयूआई के सफल होने की संभावना अधिक रहती है।
  2. 30-35 साल की महिलाओं में – इस उम्र में अंडों की गुणवत्ता धीरे-धीरे कम होने लगती है, जिससे आईयूआई की सफलता दर 10-15% तक रह जाती है।
  3. 35-40 साल की महिलाओं में – उम्र बढ़ने के कारण अंडों की संख्या और गुणवत्ता कम हो जाती है, जिससे गर्भधारण की संभावना घटकर 5-10% रह जाती है।
  4. 40 साल से अधिक उम्र की महिलाओं में – इस उम्र में प्राकृतिक गर्भधारण और आईयूआई, दोनों की सफलता दर काफी कम हो जाती है। आईयूआई की सफलता दर 2-5% तक ही होती है। IUI Process in Hindi

👉 अगर 3-4 बार आईयूआई करवाने के बाद भी गर्भधारण नहीं होता है, तो डॉक्टर आमतौर पर IVF (इन-विट्रो फर्टिलाइजेशन) ट्रीटमेंट की सलाह देते हैं। IVF अधिक प्रभावी होता है और इसमें गर्भधारण की संभावना आईयूआई की तुलना में काफी ज्यादा होती है।

 

⚠️ IUI से पहले और बाद में जरूरी सावधानियां

🩺 IUI से पहले क्या करें? (What to do before IUI?)

  • ✔ हेल्दी डायट लें (फल, हरी सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स)
  • ✔ ओव्यूलेशन ट्रैक करें और सही टाइम पर IUI कराएं
  • ✔ डॉक्टर द्वारा बताई गई दवाएं नियमित लें
  • ✔ तनाव न लें और पर्याप्त नींद लें

🚫 IUI के बाद क्या करें? (What not to do after IUI?)

  • ❌ भारी व्यायाम (Heavy Exercise) न करें
  • ❌ शराब और धूम्रपान से बचें
  • ❌ अत्यधिक शारीरिक संबंध न बनाएं
  • ❌ केमिकल युक्त स्किनकेयर प्रोडक्ट्स से बचें

💰 IUI ट्रीटमेंट की लागत (Cost in India)

 आईयूआई ट्रीटमेंट की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि शहर, क्लिनिक की सुविधा, डॉक्टर का अनुभव और अतिरिक्त मेडिकल टेस्ट या दवाओं की जरूरत। आमतौर पर, छोटे शहरों में आईयूआई की लागत कम होती है, जबकि बड़े महानगरों में यह अधिक हो सकती है।

प्रमुख शहरों में IUI की अनुमानित लागत:
  • दिल्ली: ₹10,000 – ₹15,000
  • मुंबई: ₹12,000 – ₹20,000
  • बेंगलुरु: ₹10,000 – ₹18,000
  • हैदराबाद: ₹8,000 – ₹15,000
  • लखनऊ: ₹7,000 – ₹12,000

📌 महत्वपूर्ण जानकारी: यदि डॉक्टर हार्मोनल दवाओं, अंडाणु विकसित करने वाले इंजेक्शन या अन्य मेडिकल टेस्ट की सलाह देते हैं, तो कुल खर्च और बढ़ सकता है। इसलिए, सही लागत जानने के लिए पहले क्लिनिक से परामर्श करना जरूरी है।

🧐 IUI और IVF में क्या अंतर है?

 आईयूआई (IUI) और आईवीएफ (IVF) दोनों ही प्रजनन उपचार हैं, लेकिन इनकी प्रक्रिया, लागत और सफलता दर अलग-अलग होती है। कौन सा तरीका सही रहेगा, यह महिला और पुरुष की प्रजनन स्थिति पर निर्भर करता है।

मुख्य अंतर:

1. प्रक्रिया: (Process)

  • IUI: इसमें डॉक्टर स्वस्थ शुक्राणु को सीधे गर्भाशय में डालते हैं, जिससे शुक्राणु और अंडाणु का प्राकृतिक रूप से निषेचन (फर्टिलाइज़ेशन) हो सके।
  • IVF: इसमें महिला के अंडे को निकाला जाता है और शुक्राणु के साथ लैब में मिलाया जाता है। सफल निषेचन के बाद तैयार भ्रूण (एंब्रियो) को गर्भाशय में प्रत्यारोपित किया जाता है।

2. लागत: (Cost)

  • IUI: कम खर्चीली होती है, एक चक्र (साइकिल) की लागत ₹7,000 से ₹20,000 तक हो सकती है।
  • IVF: अधिक महंगी होती है, क्योंकि इसमें ज्यादा प्रक्रियाएं होती हैं। एक साइकिल की लागत ₹80,000 से ₹2,00,000 तक हो सकती है।

3. सफलता दर: (Success Rate)

  • IUI: 10-20% प्रति चक्र
  • IVF: 40-60% प्रति चक्र, जो आईयूआई से कहीं ज्यादा है।

4. किसके लिए सही है: (Who is it right for)

  • IUI: हल्की प्रजनन समस्याओं वाले जोड़ों के लिए, जैसे हल्का पुरुष बांझपन, अनियमित ओव्यूलेशन या अस्पष्टीकृत बांझपन।
  • IVF: गंभीर प्रजनन समस्याओं, ट्यूब संबंधी दिक्कतों, एग क्वालिटी की समस्या, या बार-बार गर्भधारण में असफलता के मामलों में बेहतर विकल्प।

👉 अगर 3-4 बार आईयूआई कराने के बाद गर्भधारण नहीं होता, तो डॉक्टर आमतौर पर आईवीएफ की सलाह देते हैं।

 

📢 निष्कर्ष (Conclusion)

आईयूआई (IUI) एक सरल, सुरक्षित और किफायती प्रजनन तकनीक है। यह उन दंपतियों के लिए अच्छा विकल्प है, जो हल्की फर्टिलिटी समस्याओं का सामना कर रहे हैं। हालांकि, इसकी सफलता उम्र और मेडिकल कंडीशन पर निर्भर करती है। या यदि आपको आईवीएफ से संबंधित कोई भी जानकारी चाहिए, तो हमारे बेबीब्लूम आईवीएफ सेंटर से संपर्क करें या अपनी शंका दूर करने के लिए हमें 9266046700 पर कॉल करें

💡 अगर 3-4 प्रयासों के बाद भी प्रेग्नेंसी हो, तो IVF बेहतर विकल्प हो सकता है।

Write your message:-

    In-House IUI treatment services ( a mother playing with our baby)